चंद्रयान-3 को लेकर किया जा रहा भ्रामक दावा, जानिए दावे की सच्चाई
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मिशन चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग के बाद अब इसके चांद में प्रवेश करने की उम्मीद जताई जा रही है जिसका लोग बेसबरी से इंतजार कर रहे हैं। कयास लगाए जा रह हैं कि इसरो अब एक अगस्त को मध्यरात्रि 12-01 बजे के बीच चंद्रयान-3 को चंद्रमा की कक्षा में भेजेगा।
हाल ही में, चंद्रयान-3 से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। जिसे सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में एक हवाई जहाज के जैसे ही दिखने वाले हिस्से को सड़क से एक ट्रक के द्वारा ले जाया जा रहा है। इस वीडियो को देखकर लोग दावा कर रहे हैं कि ये हिस्सा चंद्रयान 3 का है जो हाल ही में उत्तरप्रदेश में गिरा है।
'स्पिरिट मैन' नाम के एक फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो के शेयर करते हुए लिखा, " चंद्रयान 3 का अंश गिरा उत्तर प्रदेश में। "
पड़ताल
भास्कर हिंदी की टीम ने जब वायरल वीडियो की पड़ताल की तो पाया कि वीडियो चंद्रयान 3 के हिस्से का नही बल्कि कानपूर में इंडियन एयर फोर्स के लड़ाकू विमान मिग-27 का ढांचा है। वायरल वीडियो की सच्चाई का पता लगाने के लिए हमने अपनी पड़ताल में वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। जिसके बाद हमारी नजर वीडियो के कमेंट सेक्शन की ओर गई जहां कुछ यूजर चंद्रयान 3 के हिस्से को कानपूर में फाइटर जेट का वीडियो बताकर कमेंट कर रहे थे। इसके अलावा हमारा ध्यान वीडियो में राजा हॉस्पिटल और चौधरी ढाबा की ओर भी गया जो बाईपास रोड के पास न्यू आजाद नगर, कानपूर में स्थित है।
इस दावे के तह तक जाने के लिए हमने इससे जुड़ी खबरों को सर्च करने की कोशिश की और गूगल पर भी सर्च किया। जिसके बाद हमें आजतक की वेबसाइट पर एक न्यूज रिपोर्ट मिली। जिसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया कि ये वीडियो उत्तरप्रदेश के कानपूर शहर का है जहां एक ट्रक में भारतीय वायु सैना के फाइटर विमान मिग-27 को सड़क के रास्ते ले जाया गया था।
क्या है सच्चाई
हमने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में चंद्रयान-3 को लेकर किया जा रहा दावा फर्जी है। बता दें चंद्रयान-3 से जुड़ी पल-पल की खबर मीडिया लगातार कवर कर रहा है। यदि चंद्रयान-3 का पार्ट उत्तरप्रदेश में गिरा होता तो मीडिया इस घटना को जरूर प्राथमिकता देता। साफ है, सोशल मीडिया पर वीडियो को भ्रामक तौर पर पेश किया जा रहा है जो की पूरी तरह से गलत है।